Period Pain एक अध्ययन के मुताबिक दुनिया भर में 90 प्रतिशत से ज्यादा महिलाएं Period के दौरान दर्द से जूझती हैं। क्यों होता है Period के दौरान दर्द और कैसे करें इसे बेहतर तरीके से मैनेज, बता रही हैं नमिता शर्मा
Period के दौरान पेट के निचले हिस्से में हल्की ऐंठन या दर्द महसूस होना एक सामान्य परिस्थिति है। अक्सर, महिलाएं मासिक चक्र शुरू होने के कुछ दिन पहले से ही कमर और पैरों में दर्द की शिकायत करती हैं। हालांकि, कुछ मामलों में, कुछ महिलाओं को Period के समय पेट में असहनीय तीव्र दर्द का अनुभव होता है, जिससे उनके दैनिक जीवन की गतिविधियाँ प्रभावित होती हैं। अनुसंधान से पता चलता है कि लगभग 90 प्रतिशत महिलाएँ अपने मासिक चक्र के दौरान कुछ हद तक दर्द का सामना करती हैं।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अधिकांश महिलाओं को Period शुरू होने के बाद पहले छह महीने से लेकर एक साल तक माहवारी के दौरान पेट में ऐंठन का अनुभव हो सकता है। फिर भी, यदि दर्द अत्यधिक तीव्र हो और सामान्य जीवनशैली को प्रभावित करने लगे, तो इसे हल्के में न लेते हुए चिकित्सा सलाह लेना उचित होगा।
Period में क्यों होता है दर्द?
Period में दर्द होने के कारण अलग-अलग हो सकते हैं, जो पारिवारिक और शारीरिक कारणों पर निर्भर करते हैं। आमतौर पर जब किसी भी लड़की को Period शुरू होता है, उस वक्त उसे दर्द नहीं होता है। पर, बढ़ती उम्र के साथ Period और दर्द का यह नाता मजबूत होता चला जाता है। अत्यधिक रक्तस्राव, धूम्रपान, अनियमित मासिक धर्म, पेल्विक इंफ्लामेट्री डिजीज, सर्वाइकल स्टेनोसिस और एंडोमेट्रियोसिस जैसी मेडिकल स्थितियों की वजह से भी हो सकता है, इसलिए जरूरी है कि सामान्य से ज्यादा दर्द होने पर चिकित्सक से सलाह ली जाए।
Endometriosis
यह एक प्रकार की शारीरिक स्थिति है, जिसमें महिला के गर्भाशय की परत के समान ऊतक गर्भाशय के बाहर बढ़ना शुरू हो जाते हैं। इसकी वजह से गर्भाशय में सूजन और पेट में दर्द की समस्या हो सकती है। एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित महिलाओं को Period के दौरान खासतौर पर ज्यादा दर्द महसूस होता है।
Uterine fibroids
कभी-कभी गर्भाशय में गांठें बनने लगती हैं। यह वैसे तो हानिकारक नहीं होती और ना ही इनका कैंसर से कोई संबंध होता है, लेकिन इनके होने से मासिक धर्म के दौरान काफी तेज दर्द होने लगता है। असल में फाइब्राइड्स Period के दौरान पेट में ऐंठन और दर्द की तीव्रता को बढ़ा देते हैं, नतीजतन पेट के निचले हिस्से में तेज दर्द होने लगता है।
Prostaglandis
महिला के शरीर में गर्भाशय पर एक परत होती है, जिसे यूट्रस लार्इंनग के नाम से जाना जाता है। यह लाइनिंग प्रोस्टाग्लैंडीन नामक एक केमिकल का स्राव करती है। इस केमिकल का सामान्य मात्रा से ज्यादा स्राव Period के दौरान बहुत तीव्र और दर्दनाक यूट्रीन कॉन्ट्रैक्शन यानी गर्भाशय में संकुचन पैदा कर सकता है, जिसकी वजह से Period के दौरान असहनीय पीड़ा होती है।
Menstrual cramps
सामान्य अवस्था में यूट्रीन कॉन्ट्रैक्शन गर्भाशय की लार्इंनग को हटाने के लिए होते हैं, जिसकी वजह से पेट में ऐंठन महसूस होती है। लेकिन सभी महिलाओं को इस ऐंठन का समान अनुभव नहीं होता है। इसकी तीव्रता और गंभीरता अलग-अलग महिलाओं को अलग-अलग तरह से महसूस हो सकती है। ज्यादा तीव्रता यानी ज्यादा दर्द।
Period Pain क्या है उपाय
- Period के दौरान व्यायाम करने से शरीर में एंडोर्फिन नाम के हार्मोन का स्राव ज्यादा होने लगता है, जिससे दर्द की अनुभूति नहीं होती है। इसलिए मासिक धर्म के दौरान हल्का-फुल्का व्यायाम अवश्य करें।
- यदि कसरत करना संभव ना हो तो सामान्य गति से टहलने से भी राहत मिलती है क्योंकि ऐसा करने से पेल्विक मसल्स का तनाव दूर होता है और दर्द की ऐंठन भी कम महसूस होती है।
- नियमित रूप से सूर्य नमस्कार का अभ्यास पेट और पेल्विक मसल्स को मजबूत बनाता है।
- बद्ध कोणासन और सुप्त बद्ध कोणासन रक्त के प्रवाह को बढ़ाने के साथ-साथ अंडाशय की कार्यप्रणाली को भी दुरुस्त रखता है।
- पूरा दिन भरपूर पानी पिएं ताकि सूजन में राहत मिले।