What Is Dry Ice? हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें पांच व्यक्तियों ने माउथ फ्रेशनर समझकर गलती से Dry Ice का सेवन कर लिया, जिसके बाद उनके मुंह से खून निकलने लगा और उनकी हालत गंभीर हो गई। इस घटना ने सभी को हैरान कर दिया है और Dry Ice के खतरों के प्रति आगाह किया है। Dry Ice, जो कि ठोस रूप में कार्बन डाईऑक्साइड होता है, अगर गलती से खा लिया जाए तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न कर सकता है।
इसके सेवन से मुख के अंदर तीव्र ठंडक पैदा होती है, जिससे तात्कालिक रूप से ऊतकों को नुकसान पहुंचता है और खून निकलना शुरू हो जाता है। इस घटना ने सभी को इस बात का संदेश दिया है कि खाद्य पदार्थों के सेवन में सावधानी बरतनी चाहिए और अज्ञात वस्तुओं का सेवन करने से पहले उनके बारे में पूरी तरह से जानकारी हासिल कर लेनी चाहिए।
What Is Dry Ice? जिसके सेवन से हॉस्पिटल पहुंचे लोग! समझें इसके खतरे और पढ़ें पूरी कहानी
गुड़गांव के एक प्रतिष्ठित रेस्तरां में एक चौंकाने वाली घटना हुई जहां माउथ फ्रेशनर के बजाय गलती से ड्राई आइस परोस दिया गया। इस घटना में 5 लोगों के मुंह से खून बहने लगा। प्रारंभिक जांच में पता चला कि रेस्तरां के एक वेटर ने भूलवश उन्हें माउथ फ्रेशनर की जगह ड्राई आइस परोस दिया। इसे खाने के तुरंत बाद, पीड़ितों ने अपने मुंह में तीव्र जलन और असहजता महसूस की, जिसके बाद गंभीर ब्लीडिंग और कुछ में उल्टियां भी शुरू हो गईं।
पीड़ितों को तुरंत नारायणा हॉस्पिटल, गुरुग्राम में ले जाया गया, जहां उन्हें पता चला कि उन्होंने अनजाने में ड्राई आइस का सेवन किया था। डॉ. पंकज वर्मा, सीनियर कंसलटेंट, इंटरनल मेडिसिन, नारायणा हॉस्पिटल, गुरुग्राम ने इस पर चिंता व्यक्त की और ड्राई आइस के सेवन के गंभीर नुकसान पर प्रकाश डाला। आइए इस खतरनाक पदार्थ के बारे में और जानते हैं और समझते हैं कि इसके सेवन से क्यों बचना चाहिए।
What Is Dry Ice?
ड्राई आइस, जिसे सूखी बर्फ भी कहा जाता है, -78.5 डिग्री सेल्सियस के अपने अत्यंत निम्न तापमान के कारण विशेष उपयोगों में लायी जाती है। यह ठोस कार्बन डाइऑक्साइड से बनी होती है और इसकी खासियत यह है कि इसे पिघलने पर यह सीधे गैसीय अवस्था में परिवर्तित हो जाता है, जबकि सामान्य बर्फ पिघलकर पानी में बदल जाती है।
ड्राई आइस का प्रयोग विभिन्न क्षेत्रों में किया जाता है, जैसे कि खाद्य पदार्थों और चिकित्सा सामग्री को ठंडा रखने में, साथ ही साथ फोटोग्राफी और मंचीय प्रदर्शनों में विशेष प्रभावों के लिए भी। इसके उपयोग के दौरान सावधानी बरतनी अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसका संपर्क त्वचा से होने पर गंभीर जलन या फ्रॉस्टबाइट हो सकता है।
सेहत के लिए क्यों खतरनाक है Dry Ice?
डॉ. पंकज वर्मा के अनुसार, ड्राई आइस वास्तव में कार्बन डाइऑक्साइड का ठोस स्वरूप है और इसका उपयोग आमतौर पर ठंडक प्रदान करने वाले एजेंट के रूप में किया जाता है। यदि ड्राई आइस को वेंटिलेशन के बिना किसी स्थान पर रखा जाता है, तो वहाँ कार्बन डाइऑक्साइड का सांद्रण इतना बढ़ सकता है कि व्यक्ति को घुटन, सिरदर्द, सांस लेने में कठिनाई, होंठों या नाखूनों का नीला पड़ना जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
इसके अलावा, ड्राई आइस के लंबे समय तक उपयोग से फ्रॉस्टबाइट और त्वचा को नुकसान हो सकता है। इसलिए, इसका उपयोग सावधानीपूर्वक और हवादार जगह में ही किया जाना चाहिए।
ड्राई आइस के उपयोग में गंभीर सावधानी बरती जानी चाहिए क्योंकि यह शरीर के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकती है। जैसे ही ड्राई आइस मुंह की गर्मी से संपर्क में आती है, यह तुरंत पिघलकर कार्बन डाइऑक्साइड गैस में बदल जाती है और मुंह के आस-पास के ऊतकों और कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकती है। इसके परिणामस्वरूप, व्यक्ति बेहोश हो सकता है और कुछ मामलों में तो यह जानलेवा भी साबित हो सकता है।
इसलिए, ड्राई आइस को न केवल खाने से बचना चाहिए, बल्कि इसे स्किन से भी दूर रखना चाहिए। अगर कभी ड्राई आइस को छूने की जरूरत पड़े, तो सुरक्षात्मक कपड़े या चमड़े के दस्ताने पहनें और तौलिया या अन्य सुरक्षात्मक सामग्री का उपयोग करें, ताकि स्किन के सीधे संपर्क से बचा जा सके और ब्लीडिंग जैसी गंभीर समस्या से बचा जा सके।