Hurun Report :हुरुन रिसर्च इंस्टीट्यूट (Hurun Research Institute) द्वारा हाल ही में एक नया अध्ययन प्रकाशित किया गया है, जिसमें विश्वभर के अरबपतियों के ठिकानों पर प्रकाश डाला गया है। इस नई रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई ने बीजिंग को पछाड़ते हुए एशिया की अरबपति राजधानी का खिताब अपने नाम किया है। वहीं, विश्व की अरबपति राजधानी की सूची में न्यूयॉर्क सबसे ऊपर है, इसके बाद लंदन का स्थान आता है।
इस रोमांचक परिवर्तन के पीछे मुंबई के विकास और समृद्धि की अद्भुत कहानी है। अध्ययन में यह भी जानने को मिला कि मुंबई का धन क्षेत्र कौन सा है, जिसने इसे एशिया की अरबपति राजधानी बनने में मदद की। इस लेख में, हम मुंबई के उस वेल्थ सेक्टर के बारे में गहराई से जानेंगे जिसने शहर को इस मुकाम पर पहुँचाया है। यह न सिर्फ मुंबई के विकास की एक झलक प्रदान करता है, बल्कि एशिया और दुनिया में आर्थिक प्रगति के नए आयामों को भी उजागर करता है।
Hurun Research Institute की रिपोर्ट: मुंबई ने बीजिंग को पीछे छोड़ा, बना एशिया का आर्थिक गौरव
शंघाई के प्रतिष्ठित हुरुन रिसर्च इंस्टिट्यूट (Hurun Research Institute) ने विश्व के अरबपतियों के मानचित्र पर नया डाटा प्रस्तुत किया है। उनकी नवीनतम Hurun Research Institute की रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई ने बीजिंग को पछाड़कर एशिया की नई अरबपति राजधानी के रूप में अपनी जगह बना ली है। यह खबर मुंबई के लिए एक गौरवशाली क्षण है, क्योंकि शहर ने आर्थिक समृद्धि और विकास में अद्वितीय उपलब्धियों को प्राप्त किया है।
इस उपलब्धि ने मुंबई को न सिर्फ भारत का, बल्कि एशिया का एक प्रमुख आर्थिक केंद्र बना दिया है, जहां अरबपतियों और उनके व्यापारिक साम्राज्यों का विकास हो रहा है। बीजिंग जैसे पूर्व धारक को पीछे छोड़कर मुंबई का यह कदम वैश्विक व्यापार और आर्थिक परिदृश्य में भारत के उदय को दर्शाता है।
Hurun Research Institute
न्यूयॉर्क और लंदन क्रमशः 119 और 97 अरबपतियों के साथ दुनिया के शीर्ष अरबपति वाले शहरों में स्थान पाते हैं। इस प्रतिस्पर्धा में भारत भी पीछे नहीं है, जो 92 अरबपतियों के साथ तीसरे पायदान पर है। मुंबई ने इस वर्ष एशिया के अरबपति राजधानी के रूप में अपनी पहचान बनाई है, जो एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। हुरुन रिसर्च इंस्टिट्यूट (Hurun Research Institute) की एक रिपोर्ट के अनुसार, चीन में कुल 814 अरबपति हैं, जिनमें से बीजिंग में 91 और मुंबई में 92 अरबपति हैं।
इससे मुंबई ने बीजिंग को पीछे छोड़ते हुए एशिया के अरबपति राजधानी के रूप में अपना स्थान बना लिया है। यह आंकड़े न केवल मुंबई की आर्थिक समृद्धि को दर्शाते हैं, बल्कि भारत के वैश्विक व्यापार में बढ़ते प्रभाव को भी प्रमाणित करते हैं।
मुंबई बना अरबपति राजधानी
भारतीय व्यापार जगत में, मुकेश अंबानी वह नाम है जो सबसे ज्यादा संपत्ति के मालिक हैं। रिलायंस इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष के रूप में, मुकेश अंबानी की कुल संपत्ति 115 बिलियन डॉलर आंकी गई है, जो उन्हें भारत के सबसे धनी व्यक्ति का दर्जा प्रदान करती है। उनके बाद, अदाणी ग्रुप के मुखिया, गौतम अदाणी हैं, जिनकी नेट वर्थ 86 बिलियन डॉलर है। इन दोनों व्यापारिक हस्तियों ने अपने-अपने क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियों के साथ वैश्विक स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है, और उनकी सफलताएं युवा उद्यमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई हैं।
मुंबई के धन संचय में एनर्जी और फार्मास्यूटिकल्स जैसे क्षेत्रों का बड़ा योगदान है, जहाँ व्यापारिक दिग्गज मुकेश अंबानी जैसे अनेक अरबपति बड़े लाभ कमा रहे हैं। इन सेक्टरों में अपार सफलता और विकास के कारण मुंबई ने एशिया की अरबपति राजधानी का खिताब हासिल किया है। इसके अलावा, रियल एस्टेट क्षेत्र भी मुंबई के धन का एक प्रमुख स्रोत है, जहां मंगल प्रभात लोढ़ा जैसे प्रमुख व्यक्तित्व ने अपनी विशेषज्ञता और नवीनतम विचारों के साथ उद्योग को नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया है। इन उद्योगों की सफलता ने मुंबई को न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतर्राष्ट्रीय पटल पर भी प्रतिष्ठित बनाया है।
वैश्विक अरबपतियों की सूची में, भारत के कुछ प्रमुख अरबपतियों ने अपने स्थान में उतार-चढ़ाव का सामना किया है। इस सूची में मुकेश अंबानी, जो रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख हैं, 10वें स्थान पर हैं, जबकि अदाणी ग्रुप के संस्थापक, गौतम अदाणी 15वें स्थान पर हैं। दूसरी ओर, एचसीएल के संस्थापक शिव नादर ने अपनी नेट वर्थ में वृद्धि के साथ वैश्विक धन सूची में 34वें स्थान को अपना बनाया है।
ये परिवर्तन न केवल वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में भारतीय अरबपतियों की स्थिति को दर्शाते हैं, बल्कि यह भी बताते हैं कि कैसे विभिन्न क्षेत्रों में उनके व्यापारिक प्रयास वैश्विक स्तर पर उनकी संपत्ति और प्रतिष्ठा को प्रभावित कर रहे हैं। Hurun Research Institute की यह भारत के व्यापारिक नेतृत्व और उद्यमशीलता की वैश्विक मान्यता को भी प्रकट करता है।
Hurun Research Institute की रिपोर्ट के अनुसार अरबपति शहर की लिस्ट
हुरुन रिसर्च इंस्टीट्यूट (Hurun Research Institute) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, न्यूयॉर्क दुनिया भर में अरबपतियों के मामले में सबसे ऊपर है, जहां अरबपतियों की संख्या 119 है। उसके बाद, 97 अरबपतियों के साथ लंदन दूसरे स्थान पर है। मुंबई, जिसने हाल ही में एशिया की अरबपति राजधानी का खिताब हासिल किया है, 92 अरबपतियों के साथ तीसरे स्थान पर है, जबकि बीजिंग 91 अरबपतियों के साथ चौथे स्थान पर है।
Hurun Research Institute की रिपोर्ट से विश्व के प्रमुख शहरों में धन संचय और आर्थिक विकास के रुझानों का पता चलता है। न्यूयॉर्क और लंदन के साथ-साथ मुंबई और बीजिंग का इस सूची में प्रमुख स्थान होना दिखाता है कि कैसे ये शहर वैश्विक आर्थिक शक्तियों के केंद्र बिंदु बन गए हैं। यह भी बताता है कि विश्व आर्थिक व्यवस्था में भारत की बढ़ती भूमिका कैसे महत्वपूर्ण है।
शंघाई, 87 अरबपतियों के साथ, दुनिया के शीर्ष अरबपति वाले शहरों में पांचवें स्थान पर है। उसके बाद, शेन्ज़ेन 84 अरबपतियों के साथ छठे स्थान पर और हांगकांग 65 अरबपतियों के साथ सातवें स्थान पर है। इन आंकड़ों से चीन के शहरों में अर्थव्यवस्था और धन संचय की मजबूती का पता चलता है, जो वैश्विक स्तर पर उनकी आर्थिक शक्ति और प्रभाव को दर्शाता है।
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