Goldy Brar Death : सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में प्रमुख संदिग्ध गोल्डी बराड़ का निधन हो गया है, जिसे कनाडा से अध्ययन वीजा पर गए एक साधारण युवा के रूप में जाना जाता था। हालांकि, वह वहां जाकर अपराध की दुनिया में शामिल हो गया। खबरों के अनुसार, उसकी हत्या अमेरिका में कर दी गई है और इस हत्या की जिम्मेदारी डल्ला-लखबीर गैंग ने ली है। गोल्डी बराड़ की मौत से जुड़ी यह घटना अंतरराष्ट्रीय अपराध जगत में एक बड़ी और चर्चित घटना बन गई है, जिसने कई अहम सवालों को जन्म दिया है।
Goldy Brar Death
Goldy Brar Death : सतिंदरजीत सिंह, जिन्हें दुनिया गोल्डी बराड़ के नाम से जानती है, का जन्म 1994 में पंजाब के मुक्तसर साहिब जिले में हुआ था। उनके पिता पंजाब पुलिस में उप निरीक्षक के रूप में सेवाएँ देने के बाद अवकाश प्राप्त कर चुके हैं।
पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की दुखद हत्या के बाद गोल्डी बराड़ का नाम व्यापक रूप से मीडिया में उभर कर आया। उनके अपराधिक जीवन की शुरुआत उनके चचेरे भाई गुरलाल बराड़ की हत्या से हुई थी, जो चंडीगढ़ के इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 में स्थित एक क्लब के बाहर 11 अक्टूबर 2020 की रात को घटित हुई थी। यह घटना गोल्डी के अपराध जगत में कदम रखने का प्रमुख कारण बनी।
गोल्डी का चचेरा भाई गुरलाल था लॉरेंस के बहुत करीब
Goldy Brar Death : गोल्डी बराड़ के चचेरे भाई गुरलाल बराड़ लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सबसे करीबी सहयोगी थे। गुरलाल की नृशंस हत्या के बाद, लॉरेंस गैंग ने सोशल मीडिया पर एक भड़काऊ संदेश पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने घोषणा की थी कि “अब नई जंग की शुरुआत है, सड़कों पर खून नहीं सूखेगा।”
उसी समय, गोल्डी बराड़ कनाडा में अध्ययन के लिए गया हुआ था, जहां वह स्टडी वीजा पर था। हालांकि, गुरलाल की हत्या ने उसे गहराई से प्रभावित किया और इस घटना ने उसे अपराध की दुनिया में धकेल दिया। कनाडा से ही गोल्डी ने अपनी अपराधिक गतिविधियां शुरू कर दीं और कई हत्याओं की साजिशें रचीं, जिन्हें उसने अपने गुर्गों के हाथों अंजाम दिलवाया।
इनमें से एक प्रमुख वारदात 18 फरवरी 2021 को पंजाब के फरीदकोट में हुई, जब जिला यूथ कांग्रेस अध्यक्ष गुरलाल सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्या के पीछे गोल्डी बराड़ का हाथ था, जिसने अपने भाई की हत्या का बदला लेने के लिए यूथ कांग्रेस नेता को मरवाया था।
मई 2022 में मूसेवाला को गोली मार के की गयी थी हत्या
29 मई 2022 को पंजाब के मानसा जिले के जवाहरके गांव के निकट, प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घातक हमले की जिम्मेदारी गोल्डी बराड़ ने स्वीकार की थी। गोल्डी ने बताया कि इस हत्या के पीछे का कारण यह था कि मोहाली के मिड्डूखेड़ा में हुई एक हत्या में शामिल व्यक्तियों को मूसेवाला के मैनेजर ने शरण दी थी, और बाद में मूसेवाला ने अपने मैनेजर का सहयोग किया था। इस रंजिश के चलते लॉरेंस गैंग ने मूसेवाला की हत्या की।
इसके अलावा, पंजाब के मुक्तसर जिले के मलौट में रणजीत सिंह उर्फ राणा सिद्धू की हत्या में भी गोल्डी बराड़ की भागीदारी थी। ये हत्याएं अपराध के उस सिलसिले का हिस्सा हैं जो अभी तक जारी है और इसने कई जिंदगियों को प्रभावित किया है।
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