Air Conditioner : जैसे ही अप्रैल का माह आरंभ होता है, गर्मी के मौसम की कठिनाइयाँ भी शुरू हो जाती हैं। इस बढ़ती हुई गर्मी से राहत पाने के लिए बहुत से लोग कूलर और Air Conditioner (AC) का उपयोग करते हैं। इस मौसम में, कई व्यक्ति लम्बे समय तक लगातार AC के सामने बैठे रहते हैं। हालांकि, AC में ज्यादा समय बिताने से आपकी स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। आइए, Air Conditioner के उपयोग से जुड़े कुछ संभावित नुकसानों को समझते हैं।
गर्मियों के आगमन के साथ ही, तापमान में वृद्धि होती है और हमें इस भीषण गर्मी से बचने के लिए कूलर और AC का सहारा लेना पड़ता है। इस समय दौरान, अधिकांश लोग शीतलता की तलाश में Air Conditioner के नीचे घंटों बिताते हैं। परंतु, इसका अत्यधिक उपयोग आपके स्वास्थ्य के लिए विपरीत साबित हो सकता है। चलिए विस्तार से जानते हैं कि Air Conditioner का लंबे समय तक प्रयोग करने से क्या-क्या हानियाँ हो सकती हैं।
गर्मी के मौसम में Air Conditioner से मिलने वाली राहत, और इसके संभावित स्वास्थ्य प्रभाव
गर्मी के मौसम की दस्तक के साथ ही, सूरज की तेज़ गर्मी ने लोगों को असहज महसूस कराना शुरू कर दिया है, और पसीने बहाने का सिलसिला अब जोरों पर है। इस बढ़ती गर्मी के चलते, घरों में कूलर और AC की साफ-सफाई और मरम्मत का काम भी जोरों पर है। इस मौसम में, लोग अपने घरों और कार्यस्थलों को सुखद और ठंडा बनाए रखने के लिए कूलर और Air Conditioner का सहारा लेते हैं। हाल के वर्षों में, गर्मी की तीव्रता से राहत पाने के लिए AC का प्रयोग लोगों में काफी लोकप्रिय हो गया है।
किन्तु, Air Conditioner के बढ़ते उपयोग की प्रवृत्ति ने न केवल हमारे पर्यावरण पर बल्कि हमारे स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालना शुरू कर दिया है। AC के अत्यधिक उपयोग से जहाँ एक ओर प्रदूषण का स्तर बढ़ता है, वहीँ इसके कारण स्वास्थ्य पर भी कई नकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं। यदि आप भी उनमें से एक हैं, जो गर्मियों के दौरान अक्सर AC के सामने समय बिताते हैं, तो आज हम आपको AC के अधिक इस्तेमाल से उत्पन्न होने वाली कुछ स्वास्थ्य समस्याओं के विषय में अवगत कराएंगे।
AC के ज्यादा इस्तेमाल से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं में शुष्क त्वचा, सांस संबंधी विकार, आँखों में जलन, थकान, और यहाँ तक की लगातार सिरदर्द की समस्याएँ शामिल हैं। इसके अलावा, AC के अत्यधिक उपयोग से इंडोर एयर क्वालिटी पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है, जिससे वायु जनित रोगों का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए, जरूरी है कि हम AC का उपयोग सोच-समझकर और संतुलित रूप से करें, ताकि हमारा पर्यावरण और स्वास्थ्य, दोनों सुरक्षित रह सकें।
ड्राई आइस
Air Conditioner, जिसे हम AC के नाम से जानते हैं, वातावरण से नमी को सोख लेता है, जिसके परिणामस्वरूप आस-पास की हवा बेहद शुष्क या ड्राई बन जाती है। इस शुष्क हवा के कारण, आपकी आँखें भी ड्राई हो सकती हैं, जिसमें जलन और असुविधा महसूस हो सकती है।
सुस्ती
जब हम AC का उपयोग करते हैं, तो आमतौर पर खिड़कियाँ और दरवाजे बंद कर लिए जाते हैं, जिससे वातावरण में ताजा हवा का प्रवाह रुक जाता है। इसकी वजह से, लंबे समय तक ताजी हवा से वंचित रहने पर हमें सुस्ती और थकान का अनुभव हो सकता है।
डिहाइड्रेशन
Air Conditioner के प्रयोग से वायुमंडल से नमी की मात्रा में बहुत अधिक कमी आ जाती है, जिसके कारण हवा अत्यधिक शुष्क हो जाती है। इस प्रकार की शुष्क हवा के संपर्क में रहने से शरीर में पानी की कमी यानि डिहाइड्रेशन हो सकता है।
सूखी या खुजलीदार त्वचा
यदि आप एक लम्बे समय तक Air Conditioner वाले कमरे में रहते हैं और फिर अचानक धूप में बाहर निकलते हैं, तो इस परिवर्तन के कारण आपकी त्वचा तेजी से शुष्क हो सकती है। इस तरह की शुष्कता से त्वचा में खुजली और असुविधा हो सकती है।
रेस्पिरेटरी संबंधी समस्याएं
Air Conditioner का वातावरण में लंबे समय तक बने रहने के कारण आपको सांस से जुड़ी समस्याएँ भी हो सकती हैं। वास्तव में, जब हम AC चलाते हैं तो खिड़की-दरवाजे बंद रखे जाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप ताजा हवा का प्रवेश नहीं हो पाता। इसकी वजह से, बंद वातावरण में रहने से रेस्पिरेटरी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
एलर्जी और अस्थमा
यदि आप पहले से ही किसी प्रकार की एलर्जी या अस्थमा से पीड़ित हैं, तो Air Conditioner के उपयोग से आपकी इस स्वास्थ्य समस्या में वृद्धि हो सकती है और स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
Read This Also :