Arvind Kejriwal Arrest : दिल्ली शराब घोटाले में नया मोड़ तब आया जब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार की देर शाम, लगभग दो घंटे तक चली कड़ी पूछताछ के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद, आम आदमी पार्टी (आप) ने इसे लेकर आज जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
इस घटनाक्रम के अगले दिन, ईडी ने केजरीवाल को मनी लॉन्ड्रिंग निवारण अधिनियम (PMLA) कोर्ट के समक्ष पेश किया। इस घटना ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है, और विपक्षी दलों के साथ-साथ आम जनता की भी इस पर पैनी नज़र है।
Arvind Kejriwal Arrested
दिल्ली की मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की धर्मपत्नी, सुनीता केजरीवाल ने एक भावपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि जनता द्वारा तीन बार चुने गए सीएम को सत्ता के अहंकार की वजह से गिरफ्तार कर लिया गया है। सुनीता केजरीवाल ने इसे दिल्ली के लोगों के साथ एक बड़ा धोखा बताया। उनके इस बयान से स्पष्ट है कि वे अपने पति की गिरफ्तारी को लेकर काफी आहत और निराश हैं, और उन्होंने इसे सत्ता के दुरुपयोग का मामला बताया है।
ईडी ने Arvind Kejriwal की रिमांड के लिए आवेदन दायर किया
अरविंद केजरीवाल की ओर से उनके वकीलों ने ईडी की रिमांड प्रार्थना को चुनौती देते हुए इसे अस्वीकार करने के लिए एक विशेष आवेदन पेश किया है। वकीलों ने इस आवेदन में यह आग्रह किया है कि ईडी द्वारा की गई रिमांड की मांग को न्यायिक आधार पर अनुचित और अनावश्यक मानते हुए इसे खारिज कर दिया जाए। इस कदम को अरविंद केजरीवाल और उनके वकीलों की ओर से एक रणनीतिक प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है, जिसमें वे कानूनी लड़ाई में मजबूती से खड़े होने का प्रयास कर रहे हैं।
Arvind Kejriwal के खिलाफ कोई सीधा सबूत नहीं
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ओर से कोर्ट में उपस्थित होते हुए, वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने जोर देकर कहा कि मामले में कोई सीधे सबूत उपलब्ध नहीं हैं। इसके साथ ही, वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश गुप्ता ने भी केजरीवाल की तरफ से अपनी दलीलें पेश कीं। इस बीच, अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (एएसजी) ने कहा कि अगर इस तरह का मामला बनता है, तो वे सिंघवी को जवाब देंगे, जोहेब हुसैन चौधरी को आश्वासन प्रदान करेंगे, और कोई अन्य वकील गुप्ता को उत्तर देगा। इस प्रकार, केजरीवाल की ओर से तीन वकीलों ने कोर्ट में उनके पक्ष को मजबूती से पेश किया।
Arvind Kejriwal की ओर से कोर्ट में अभिषेक मनु सिंघवी रखा पक्ष
कोर्ट में अपना पक्ष रखते हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने विशेष न्यायाधीश के समक्ष अनुरोध किया कि रिमांड को एक साधारण प्रक्रिया के रूप में न लिया जाए। उन्होंने बल देकर कहा कि इस स्थिति को समझने के लिए गहरी न्यायिक समझ और सूक्ष्मता की आवश्यकता है क्योंकि इसमें लोकतंत्र से जुड़े कुछ बड़े मुद्दे शामिल हैं।
Arvind Kejriwal के वकील ने कहा- ईडी मनमर्जी कर रही है
कोर्ट में अरविंद केजरीवाल का पक्ष रखते हुए, वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया कि जांच में शामिल 80% लोगों ने अपने बयानों में केजरीवाल का नाम नहीं लिया है। उन्होंने यह भी कहा कि ईडी मनमर्जी से बयान ले रही है और उनके जमानत का विरोध भी नहीं कर रही है। केजरीवाल के दूसरे वकील विक्रम चौधरी ने जोर देकर कहा कि अब मामला समन का नहीं है, बल्कि ईडी केजरीवाल से क्या पूछना चाहती है यह है।
उन्होंने कहा कि वह जांच में सहयोग के लिए तैयार हैं, लेकिन ईडी न्यायाधीश, जूरी और निष्पादक के रूप में कार्य कर रही है। चौधरी ने रिमांड आवेदन को “छल” बताते हुए कहा कि रिमांड आवेदन में पहली पंक्ति यह कहती है कि मुख्यमंत्री के रूप में उनकी भूमिका मुख्य थी।
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